शीतकाल में जरूरतमंदों और दूर-दराज़ से आने-जाने वाले यात्रियों को राहत प्रदान करने की दिशा में नगर निगम लखनऊ द्वारा एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया गया। मंगलवार को जोन–8 अंतर्गत अवध चौराहे पर बदनाम लड्डू के सामने बनाए गए अस्थायी रैन बसेरे का महापौर श्रीमती सुषमा खर्कवाल ने विधिवत उद्घाटन किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में नगर निगम के अधिकारी, कर्मचारी और जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।
उद्घाटन कार्यक्रम में पार्षद श्री सौरभ सिंह 'मोनू' जी, पार्षद श्री रनजीत सिंह जी, जोन–8 के अधिशासी अभियंता शील श्रीवास्तव, जेई दीक्षा चौरसिया सहित नगर निगम के अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे। कार्यक्रम के दौरान महापौर ने रैन बसेरे की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया और अधिकारियों को निर्देश दिए कि यहां ठहरने वाले लोगों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
इस अस्थायी रैन बसेरे के निर्माण से दिल्ली, कानपुर, उन्नाव, वाराणसी, गोरखपुर, सीतापुर और हरदोई जैसे प्रमुख मार्गों से आने-जाने वाले यात्रियों को विशेष लाभ मिलेगा। यह स्थान अवध चौराहा होने के कारण एक महत्वपूर्ण ट्रांजिट प्वाइंट है, जहां बड़ी संख्या में यात्री लखनऊ आते-जाते समय रुकते हैं। सर्दी के मौसम में खुले में रात बिताने को मजबूर जरूरतमंद यात्रियों के लिए यह रैन बसेरा सुरक्षित और गर्म स्थान उपलब्ध कराएगा।
रैन बसेरे में कुल 45 बेड की व्यवस्था की गई है, जहां यात्रियों और जरूरतमंदों को ठहरने की सुविधा मिलेगी। इसके साथ ही स्वच्छता, प्रकाश, पेयजल और सुरक्षा की समुचित व्यवस्था भी सुनिश्चित की गई है। नगर निगम द्वारा नियमित रूप से साफ-सफाई और निगरानी की व्यवस्था की जाएगी ताकि यहां ठहरने वालों को स्वच्छ और सुरक्षित वातावरण मिल सके।
इस मौके पर महापौर श्रीमती सुषमा खर्कवाल ने कहा कि नगर निगम का उद्देश्य है कि सर्दी के मौसम में कोई भी व्यक्ति खुले आसमान के नीचे रात बिताने को मजबूर न हो। उन्होंने कहा कि अस्थायी रैन बसेरे खासतौर पर यात्रियों, श्रमिकों और जरूरतमंद लोगों के लिए बनाए जा रहे हैं, ताकि उन्हें ठंड से बचाव और सम्मानजनक ठहराव की सुविधा मिल सके। महापौर ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि पूरे शीतकाल के दौरान रैन बसेरों की नियमित समीक्षा की जाए और आवश्यकतानुसार सुविधाओं में और सुधार किया जाए। उन्होंने बताया कि नगर निगम द्वारा शहर में कुल 24 स्थाई और 40 अस्थाई रैनबसेरों को स्थापित किया गया है। नगर निगम लखनऊ द्वारा शहर के विभिन्न जोनों में इसी प्रकार के रैन बसेरे स्थापित किए जा रहे हैं, जिससे सर्दी के मौसम में जरूरतमंदों को राहत मिल सके और मानवीय संवेदनाओं के साथ शहर को सुरक्षित एवं संवेदनशील बनाया जा सके।

